Never ending reflections.. of myself and my relationships to the world that i see, feel and hear around me.. My constant effort to share my thoughts .... my whispers and my cries.. My Crystal.
Tuesday, April 24, 2007
वाह वाह अब मैं हिंदी में लिख सकती हूँ !!
यह बहुत ही अच्छा काम किया है ब्लॉगर वालों ने ... अब मैं अपनी कवितायेँ हिंदी में लिख सकती हूँ अभी तो टेस्ट कर रही हूँ ॥ फिर कभी लिखूँगी आराम से ।
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